अमर-कथा (तोते वाली) पुस्तक का कुछ अंश-
भगवान शंकर माँ पार्वती से बोले हे देवी – अब में पाप, ताप को हरने वाले तथा चित को शुद्ध करने वाले बाल खिलय तीर्थ का महत्तम कहता हूं। धयान पूर्वक सुनो -पूर्व काल में बाल खिलय नामक महऋषियो ने घोर तप किया। फिर भगवान श्री विष्णु ने मेघ की सी गर्जना से गंभीर वाणी से कहा कि मैं तुम्हारे तप से अत्यधिक पर्सन हूं, अतः तुम वर् मांगो।
महऋषियो ने की प्रार्थना सुन कर भगवान श्री हरी विष्णु ने अपने चरणों से धरती को छूकर वहां से गंगा को प्रकट किया और उसके साथ ही उन लोगों को यह वरदानभी दिया। प्रलय पर्यंत बाल खिलय लोगों को पवित्र करता रहेगा। पवित्र और पुण्य खिलयान तीर्थ पर मनुष्य स्नान, दान तथा जप पूजा करें तो उसे स्वर्ग की प्राप्ति होती है…….
Learn Some Banking & Investment Skills from Worlds Best Books. You can access free books in pdf.
Amar Katha Tote Vali
अमर कथा तोते वाली Amar Katha Tote Vali