संस्कृत साहित्य का इतिहास | Sanskrit Sahitya Ka Itihas 

संस्कृत साहित्य का अभिनव इतिहास पुस्तक के कुछ महत्वपूर्ण अंश :- संस्कृत साहित्य की परंपरा के विषय में बनी हुई अनेक प्रांतों को भी यह पुस्तक तोड़ती है तथा इस साहित्य में प्रतिबिंबित उदास जीवन मूल्यों तथा चिंतन परंपराओं के संदर्भ में भी संस्कृत कवियों की आवर्धन उपलब्धि तथा सीमाओं पर तेजस्वी विमर्श प्रस्तुत करती … Read more

समृद्ध बनने की असीम शक्ति Samraddh Banane Ki Asim Shakti

इस पुस्तक में उन लोगों के बहुत से उदाहरण दिए गए हैं,  जो मानसिक और आध्यात्मिक नियमों का इस्तेमाल करके समृद्ध बने ।  मैं व्यक्तिगत रूप से जानता हूं कि वे किसी खास धर्म के नहीं थे ।यही नहीं, वे हर आय वर्ग और हर सामाजिक स्तर के थे। उनमें बस यही समानता थी, कि … Read more

नागजाति का इतिहास / Nagjati ka Itihas

Nagjati ka Itihas प्रस्तोता  (श्री वैषणव विरक्त सन्त स्वामी हरिदास जी त्यागी ) के कुछ अंश ;- द्वारा जो लोग सदैव अपने अतीत की ही और दृष्टि लगाए रखते हैं, आजकल सभी लोग उनकी निंदा किया करते हैं । वे कहते हैं कि इस प्रकार निरंतर अतीत को देखते रहने के कारण ही हिंदू जाति … Read more

ब्रह्मगीता / Brahma Geeta

सूत जी ने कहा – हे  ब्रह्माज्ञो !  मैं वह Brahma Geeta आपको सुनाता हूं ,श्रद्धा सहित सुनिए  !!४!! प्राचीन किसी कल्प में सब देवताओं ने मिलकर देवार्थ का विचार किया किंतु बिना तत्ववेता गुरु के वे किसी निर्णय पर न पहुंच पाने से संस्यग्रस्त हो गये।  उन्होंने उग्र तप किया और वेद का नि:संदिग्ध … Read more

सोमनाथ / Somnath

सोमनाथ आचार्य चतुरसेन द्वारा लिखी हुई पुस्तक के कुछ अंश –अब से लगभग हजारो  वर्ष पहले इसी पर स्थान पर सोमनाथ का कीर्तिवान महालय था, जिसका अलौकिक वैभव बद्रिकाआश्रम  से सेतुबंध रामेश्वर तक, और कन्याकुमारी से बंगाल के छोर तक, विख्यात था। भारत के कोने-कोने  से श्रद्धालु -यात्री  ठठ-के-ठठ बारहों-महीना इस महातीर्थ में आते और … Read more

नाराज़ | Naraz

राहत इन्दोरी साहब की पुस्तक ”नाराज ”के कुछ अंश दुनीया से बाहर भी नीकल कर दखे चुके, सब कुछ दिुनयादारी का है मौला ख़ैर।  और कयामत मेरे चरागो  पर टूटी, झगड़ा चांद सीतारो  का है मौला ख़ैर। duneeya se baahar bhee neekal kar dakhe chuke, sab kuchh diunayaadaaree ka hai maula khair. aur kayaamat mere … Read more

हठ योग । Hatha yoga

इस हठयोग की उत्पत्ति ब्रह्मा अथवा शिव के द्वारा हुई।  इस प्रकार के उपर्युक्त संदर्भों को यह कहकर भले ही टाल दिया जाए कि पौराणिक अथवा नाथ परंपरा से संबंधित प्रत्येक शास्त्र, प्रत्येक विद्या एवं इन ग्रंथों में वर्णित प्रत्येक संदर्भों आदि की उत्पत्ति ब्रह्मा अथवा शिव से मानने की एक व्यवस्थ परंपरा रही है … Read more

अंक-विद्या (ज्योतिष) । Ank-vidya (Jyotish)

अंक-विद्या पुस्तक के कुछ अंश :-संसार में हम जो भिन्न-भिन्न वस्तुएं देखते हैं,उनके अनेक रूप हैं। विविध रंगों के मिलने से नए रंग बन जाते हैं ।लाल और पीला मिलाने से नारंगी का रंग बन जाता है। पीला और नीला मिलाने से हरा। इसी प्रकार सैकड़ों, हजारों रंग बन जाते हैं, परंतु इनके मूल में … Read more

पाकिस्तान या भारत का विभाजन | Pakistan Ya Bharat Ka Vibhajan

भारतरत्न बाबासाहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के लेखनी ने नानाविध विषयों में अपना जौहर दिखाया है तथा सामाजिक, राजनीतिक और धार्मिक जीवन में उनके अथाह ज्ञान एवं सूक्ष्म अंतर्दृष्टि को उजागर किया है । उन्होंने उन सभी मुद्दों पर प्रकाश डाला जो तत्कालीन समाज की मुख्य चिंता की विषय बने हुए थे ।उनके लेख में न … Read more

गोपीगीत / Gopi Geet

गोपीगीत पुस्तक के कुछ ज्ञानअंश ;- ज्ञान की प्यास का नाम जिज्ञासा है। जिसके मन में ज्ञान की प्यास नहीं है, उसको क्या ज्ञान मिलेगा? मोक्ष की प्यास का नाम मुमुक्षा है और भगवत प्राप्ति की इच्छा का नाम प्रेक्षा है। अपने हृदय में परमात्मा को पाने के लिए ईश्वर की प्राप्ति के लिए प्यास … Read more