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About the Book चाणक्य नीति Chanakya Niti Book in hindi pdf
Book Name | सम्पूर्ण चाणक्य नीति | Chanakya Niti Book PDF |
Author | unknown |
Category | novels |
No. of Pages | 379 |
Size | 5 MB |
Language | hindi |
Quality | very good |
Source / Credits | |
Download Link | Click here |
Published/Updated | June 12, 2022 |
किसी भी व्यक्ति को अपने जीवन में सफल होने के लिए एक सही रणनीति की आवश्यकता होती है इसके लिए उसको गहन अनुभव और ज्ञान की आवश्यकता होती है।
अगर व्यक्ति अपने जीवन में योजनाबद्ध तरीके से कार्य करता है तो निश्चित तौर पर अपने जीवन में सफलता हासिल करता है। कहीं भी नीति शास्त्र की बात आती है तो चाणक्य जी का नाम जरूर आता है।
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श्री चाणक्य जी Chanakya Niti Book in hindi pdf हमारे भारतीय इतिहास के वे चमकते सूर्य के समान थे जो राजा महाराजाओं के लिए प्रेरणा के स्रोत थे और उनके शासन को उज्वलित किया करते आए है।
बहुत से राजाओं ने चाणक्य की नीति को अपनाकर अपना राज काज में सफलता हासिल की है और एक अच्छा राजा बने हैं जो अपनी प्रजा को सुखी रख पाए हैं।
लोग चाणक्य जी की रचनाओं को पढ़ने के लिए अति उत्साहित रहते हैं।
English Description of Chanakya Niti Book
There are total 17 chapters in the book of Chanakya Niti. First of all, Chanakya has been told and yes for your information, let us tell you that Shri Chanakya has three names Vishnugupta, Kautilya and third Chanakya.
In the history of our India, Chanakya is considered to be the most intelligent and ethical person who defeated Dhanananda along with Chandragupta to break a king Dhanananda, who was very proud of himself.
In this book, Chanakya told how the king should behave towards his subjects and how a king should get the cooperation of the subjects in the governance of the state and what should be the rights of the king and what should be the rights of the subjects. Is.
Description of Chanakya Niti Book in hindi किताब का विवरण
चाणक्य नीति की किताब में कुल 17 अध्याय है। सबसे पहले चाणक्य के बारे में बताया गया है और हां आपकी जानकारी के लिए हम यह बता दें कि श्री चाणक्य के तीन नाम है विष्णुगुप्त,कौटिल्य और तीसरा चाणक्य है।
हमारे भारत के इतिहास में चाणक्य को सबसे समझदार और नीति में निपुण व्यक्ति माना गया है जिन्होंने एक ऐसे राजा धनानंद,जिसको अपने पर बहुत घमंड था उसको तोड़ने के लिए चंद्रगुप्त के साथ मिलकर धनानंद को हराया था। Chanakya Niti Book in hindi pdf
इस ग्रंथ में चाणक्य ने राजा का अपनी प्रजा के प्रति कैसा व्यवहार होना चाहिए और एक राजा को राज्य शासन में प्रजा का कैसा सहयोग मिलना चाहिए और राजा का क्या अधिकार होना चाहिए और प्रजा का क्या अधिकार होना चाहिए इसके बारे में नितिबद्ध तरीके से बताया गया है।
चाणक्य के बारे में about guru chanakya
चाणक्य में जन्म से ही नेतृत्व करने वाली क्षमता थी जिसके कारण वह एक छोटे से बालक के गुणों से प्रभावित होकर उसको शिक्षा देखकर अपनी माता का नाम मुरा से मौर्य वंश की स्थापना की। आगे चलकर वह बालक चाणक्य के सानिध्य में धनानंद को हराकर मौर्य वंश की स्थापना करता है और भारत के इतिहास में अपनी एक अलग छवि छोड़ जाता है।
दंतकथा के अनुसार ऐसा कहा जाता है कि चाणक्य Chanakya Niti Book in hindi pdf के जन्म के समय में मुंह में दांत थे जो कि एक राजा बनने के संकेत थे पर वे ब्राह्मण कुल में जन्म लिए थे और राजा बनने के लिए क्षत्रिय होना जरूरी था। इसी वजह से उनके दांत को उखड़वा दिया गया था। पिता का नाम ऋषि चणक था इसी वजह से वे चाणक्य कहलाए गए। चाणक्य चंद्रगुप्त मौर्य के राज्य में महामंत्री थे।
चाणक्य तक्षशिला विश्वविद्यालय की आचार्य थे उन्होंने प्रमुख ता से भील, कोल, चिराक राजकुमारों को शिक्षा दी उन्होंने नंद वंश का नाश किया जहां अराजकता फैली हुई थी उस अराजकता को दूर किया और चंद्रगुप्त मौर्य को वहां का राजा बनाया और खुद महामंत्री बने।
बौद्ध ग्रंथों में भी इनकी नीतियों का वर्णन मिलता है। कहते हैं कि चाणक्य Chanakya Niti Book in hindi pdf राजश्री ऐसो आराम को छोड़कर अपनी एक साधारण सी कुटिया में रहते थे। चाणक्य के नाम पर एक धारावाहिक भी बना जिसका मूल रूप से 8 सितंबर 1991 से लेकर 9 अगस्त 1992 तक डीडी नेशनल पर प्रसारित किया गया था।
चाणक्य की मृत्यु के संदर्भ में दो कहानियां प्रचलित हैं लेकिन दोनों में से कौन से सत्य है उसका अभी तक कोई सार नहीं निकला है।