मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना 2022 | राजस्थान मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना | milk in mid day meal | CM balgopal Yojana | Rajasthan government policy | mukhymantri Bal Gopal Yojana | मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना 2022 का लाभ एवं उद्देश्य | Rajasthan mid day meal | milk for children in Rajasthan government school
मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना 2022
नमस्कार दोस्तों राजस्थान के ग्रामीण इलाकों में बच्चों को पर्याप्त पौष्टिक आहार न मिल पाने के कारण उनमें कुपोषण की समस्या पाई जाती है।प्राइमरी के स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों में यह समस्या अधिक पाई जाती है।
हालांकि सरकार की तरफ से मिड डे मील जैसी योजनाएं संचालित है, जिससे नौनिहाल बच्चों को अच्छा पोषण प्राप्त हो सके, परंतु फिर भी कई पिछड़े इलाकों में इस तरीके की समस्याएं देखने को मिल जाती हैं।
इस समस्या को ध्यान में रखते हुए राजस्थान सरकार द्वारा बजट 2022-23 में मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना 2022 Rajasthan mid day meal की घोषणा की गई।
मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना 2022 की क्या विशेषताएं हैं, इसका उद्देश्य क्या है,और योजना का क्रियान्वयन कैसे होगा, आदि तमाम जानकारी हम आपको देंगे इस आर्टिकल के माध्यम से इसलिए आप एकाग्रता से हमारे इस आर्टिकल को पूरा पड़े।
राजस्थान सरकार के बजट सत्र 2022 में घोषित मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना को 2022 को मंजूरी दी गई।इस योजना के अंतर्गत कक्षा एक से आठवीं तक पढ़ने वाले सभी बच्चों को मिड डे मील के साथ दूध उपलब्ध कराया जाएगा।
यह 2 सप्ताह में दो बार मंगलवार और शुक्रवार को उपलब्ध कराया जाएगा। कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों के लिए 150 मिलीलीटर दूध कक्षा 6 से 8 तक के बच्चों के लिए 200 मिलीलीटर दूध उपलब्ध कराया जाएगा। दूध एक संपूर्ण आहार होता है जो बच्चों के मानसिक शारीरिक विकास में सहायक होता है, इसीलिए सरकार ने इस जरुरत को ध्यान में रखते हुए दूध देने की घोषणा की है।
दूध पीकर के बच्चे शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ होंगे तो कुपोषण की समस्या कुछ हद तक कम होगी और उन्हें उनका स्वास्थ्य अच्छा होगा।
मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना के तहत तकरीबन राजस्थान के लगभग 700000 बच्चों को फायदा मिलेगा। इसके अंतर्गत नए शैक्षिक सत्र से बच्चों को दूध उपलब्ध कराया जाएगा।
मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना के तहत मिड डे मील से जुड़े राज्य विद्यालय, मदरसों, विशेष प्रशिक्षण केंद्रों, प्राइमरी विद्यालय आदि में पाउडर वाला दूध उपलब्ध कराया जाएगा और प्रत्येक बच्चे को दूध पीने के लिए दिया जाएगा जिससे बच्चोँ का मानसिक विकास हो पाए ।
mukhymantri Bal Gopal Yojana मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना 2022 के मुख्य बिंदु
योजना | मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना 2022 |
उद्देश्य | बच्चों को पोषण युक्त आहार प्रदान करना |
लाभ | कुपोषण से छुटकारा |
राज्य | राजस्थान सरकार द्वारा |
साल | 2022 |
लाभार्थी | कक्षा 1 से 8 तक के बच्चे |
मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना का उद्देश्य
राजस्थान मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना का मुख्य उद्देश्य, कक्षा एक से आठवीं तक के बच्चों को पोषण प्रदान करने के लिए दूध का वितरण करना है। जिससे बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास काफी तेजी से होगा आपको बता दें कि दूध एक पौष्टिक आहार होता है संतुलित आहार होने के साथ-साथ दूध से काफी दिमाग में मानसिक संतुलन भी बनता है, इसके अलावा दूध में प्रोटीन और कैल्शियम भी पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं
इसे नियमित पीने से बच्चों का शारीरिक और मानसिक स्तर सुदृढ़ होगा पढ़ने वाले बच्चे के लिए दूध अत्यंत आवश्यक है ।दूध पीने से कई तरह की बीमारियों से बचा जा सकता है नियमित तौर पर दूध देने वाले बच्चे कुपोषण का शिकार नहीं होते हैंऔर दूध एक समूर्ण पौस्टिक आहार है।
मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजनाओं के लाभ एवं विशेषताएं
- इस योजना के अंतर्गत कक्षा एक से आठवीं तक के बच्चों को दूध उपलब्ध कराया जाएगा कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों को पाउडर वाला दूध दिया जाएगा।
- जिससे बच्चों का मानसिक और शारीरिक विकास होगा ।
- बाल गोपाल योजना के तहत दूध का वितरण प्रत्येक स्कूल में किया जाएगा।
- बच्चों को दूध देने की जिम्मेदारी विद्यालय की होगी तथा उसकी गुणवत्ता को नापने की संपूर्ण जिम्मेदारी विद्यालय प्रबंधन की होगी ।
- मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना के तहत बच्चे दूध पाकर के हष्ट पुष्ट और मानसिक रूप से मजबूत होंगे।
- विद्यालय में दूध मिलने से बच्चों का एडमिशन के प्रति रुझान बढ़ेगा इससे प्राइमरी विद्यालयों में बच्चों की संख्या में भी सुधार होगा और ग्रामीण क्षेत्रों में साक्षरता बढ़ाने में सहायता मिलेगी।
मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना का क्रियान्वयन
मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना का क्रियान्वयन कैसे होगा इस विषय पर शिक्षा विभाग के मुख्य सचिव श्री पवन कुमार गोयल ने बताया, कि योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए राज्य स्तर पर मिड डे मील आयुक्त को इसकी जिम्मेदारी दी गई है।
इसी प्रकार योजना को लागु करने के लिए जिला स्तर पर जिला अधिकारी, ब्लॉक स्तर पर शिक्षा अधिकारी को इसके वितरण के लिए सुनिश्चित करना होगा। मिल्क पाउडर वितरण के लिए विद्यालय प्रबंधन जिम्मेदार होगा। ये सभी लोग जन बाल गोपाल योजना की मॉनिटरिंग करेंगे कि योजना का संचालन किस प्रकार हो रहा है। यह भी पढ़ें-
मूल्यांकन
मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना 2022 का मूल्यांकन करने के बाद यह कहा जा सकता है कि योजना को
राजस्थान में बच्चो की पोषणता को सुधारने एवं उनके शारीरिक तथा मानसिक विकास में काफी सहायता प्रदान करेगी।
मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना का सफल क्रियान्वयन होने से विद्यालय में बच्चों की उपस्थिति में भी सुधार आएगा, जिससे राज्य के सरकारी स्कूलों में पड़ने वाले बच्चे भी अच्छी तरह से शिक्षित बन सकेंगे।