घर-घर औषधि योजना जन औषधि योजना राजस्थान: online registration Benefits

घर-घर औषधि योजना, Ghar Ghar aushadhi Yojana नमस्कार दोस्तों भारत में प्राचीन काल से ही जड़ी बूटियों से इलाज होता रहा है जड़ी बूटियों का महत्व को हमारे ग्रंथों में भी बताया गया है भारत में हिमालय पर्वती क्षेत्र में बहुत सारे ऐसे पौधे पाए जाते हैं ।

जिनके माध्यम से इलाज हो सकता है करो ना काल में भी औषधीय पौधों का महत्व काफी बढ़ गया है यूनिटी बढ़ाने के लिए तुलसी गिलोय का काढ़ा पी के लोगों ने अपने रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत किया ।

घर-घर औषधि योजना
घर-घर औषधि योजना

औषधीय पौधों को बढ़ावा देने के लिए राजस्थान सरकार द्वारा घर-घर औषधि योजना 2022 की शुरूआत की गई इस योजना के उद्देश्य क्या है लाभ और विशेषताएं क्या है आज हम इस खेल के माध्यम से विस्तार पूर्वक जानेंगे।

घर-घर औषधि योजना 2022 मुख्य विवरण

योजनाघर-घर औषधि योजना 2022
Benefitsऔषधीय पौधों
लाभऔषधि पौधों का उपयोग करना
शुरुआतराजस्थान सरकार
साल2022
लाभार्थीराजस्थान का प्रत्येक परिवार
कुल पदों का वितरणप्रत्येक परिवार को 8 पौधे
वितरण की अवधि5 साल तक
आवेदन की प्रक्रियाऑफलाइन, ऑनलाइन
ऑफिशियल ऐपGGAY APP
जन औषधि योजना

घर-घर औषधि योजना की शुरुआत राजस्थान सरकार के द्वारा 1 अगस्त 2021 को की गई थी राजस्थान के एक करोड़ 26 लाख परिवारों को औषधीय पौधे लगाने के लिए यह अभियान 72 में वन महोत्सव के साथ प्रारंभ किया गया था।

मुख्यमंत्री श्रीमान अशोक गहलोत जी ने हरित राजस्थान स्वस्थ राजस्थान का निरोगी राजस्थान अभियान के तहत घर-घर औषधि योजना का शुभारंभ किया था इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अपने निवास पर गिलोय का पौधा लगाकर इस योजना की आधारशिला रखी थी।

घर-घर औषधि योजना के अंतर्गत तुलसी गिलोय अश्वगंधा कालमेघ आदि के गुण वाले 8 पदों की ट्वीट प्रत्येक परिवार को फ्री में उपलब्ध कराई जाएगी मुख्यमंत्री ने प्रदेश वासियों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए इस योजना की शुरुआत की है। 

घर-घर औषधि योजना के अंतर्गत प्रत्येक परिवार को अगले 5 वर्ष में 8 पौधे उपलब्ध कराए जाएंगे वित्तीय वर्ष 2022 23 मई  42 करोड़ इस योजना पर खर्च किए जाएंगे जिससे लगभग 5 करोड पौधे तैयार होंगे घर घर औषधि योजना 2022 का लाभ प्रदेशवासियों को जन आधार कार्ड के माध्यम से सरकार द्वारा निर्धारित दर पर पौधे दिए जाएंगे।

घर-घर औषधि योजना का विस्तार 

राजस्थान सरकार द्वारा शुरू की गई घर-घर औषधि योजना पहले शुरुआती वर्ष में सिर्फ 4 औषधीय पौधों तक ही सीमित था लेकिन उसके बाद या विस्तारित होता चला गया और 2022 में इनमें अन्य पौधे जैसे घोड़ा नीम बरगद पकड़ पीपल गुलाब आज के पौधों को भी शामिल कर लिया गया।

यह पौधे सस्ती दरों पर दिए जाएंगे इसके लिए राजस्थान सरकार द्वारा ₹420000000 से 5 करोड़ पौधे तैयार किए जाएंगे इसमें से तीन करोड पौधे आमजन को की मांग के अनुसार 11 करोड़ पौधे 10000 ग्राम पंचायतों को गोचर ओरण तथा चाराघा हेतु एक करोड़ पहुंचे तो बड़े नगरी क्षेत्रों को दिए जाएंगे इसके अलावा 2022 के 21 करोड़ का अतिरिक्त बजट उपलब्ध कराया जाएगा।

जन औषधि योजना का उद्देश्य

कोरोनावायरस के समय नागरिकों की प्रतिरोधक क्षमता कम होने के कारण उनमें संक्रमित होने की दर बढ़ गई थी इसलिए प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए तुलसी गिलोय दालचीनी कालीमिर्च लोग इत्यादि का सेवन किया गया था।

जिससे प्रत्येक व्यक्ति की उन्नति पावर बढ़ गई थी राजस्थान सरकार ने औषधियों के महत्व को देखते हुए राजस्थान के लिए घर-घर औषधि योजना का शुरूआत किया है इस योजना का मुख्य उद्देश्य है कि राजस्थान के लोगों को निरोग बनाना और उन्हें स्वास्थ्य से एकदम मजबूत रखना घर-घर औषधि योजना के तहत आठ अच्छे वाले पौधे लगाए जाएंगे जिससे उनके स्वास्थ्य पर असर पड़ेगा और उन्हें लाभ होगा।

वैसे तो राजस्थान में तमाम औषधीय पौधे पहले से ही विद्यमान है परंतु इस योजना के तहत इन लाभकारी औषधीय पौधों के गुणों को आम जनमानस तक पहुंचाना है आम जनमानस इन पौधों के बारे में जानकारी प्राप्त करके उनका लाभ उठा सकेगा और अपने में स्वस्थ रह सकेगा।

घर-घर औषधि योजना के तहत पौधों का वितरण

सरकार द्वारा 5 करोड़ पौधों का वितरण किया जायेगा इस योजना के तहत प्रत्येक परिवार को 8 पौधों की किट उपलब्ध करवाई जायेगी इसके लिए सरकार ने 42 करोड़ रुपये की धनराशि भी वितरित की है इस योजना के तहत लोगों को पौधे दिए जाएंगे जिससे औषधीय पौधों के बारे में लोगों को जानकारी मिलेगी।

घर-घर औषधि योजना 2022 की विशेषताएं 

  • योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2022-23 में ₹42 करोड़ रुपए से 5 करोड पौधे तैयार किए जाएंगे
  • योजना की शुरुआत 72 में वन महोत्सव के दौरान हुई 
  • औषधीय पौधों की किट पहले राज्य वन मंत्री ने मुख्यमंत्री को भेंट की मुख्यमंत्री जी ने घर-घर औषधि योजना का व्यापक प्रचार प्रसार किया
  • इस योजना की शुरुआत करने वाला राजस्थान देश का पहला राज्य होगा जिसमें औषधीय पौधों के प्रति जागरूकता बढ़ाने में मदद मिलेगी
  • योजना के तहत राजस्थान के तकरीबन एक करोड़ 26 लाख परिवारों को पौधे वितरण किए जाएंगे
  • योजना के तहत राजस्थान राज्य के प्रत्येक परिवार को तुलसी अश्वगंधा आज के पौधों का फ्री में वितरण किया जाएगा

घर-घर औषधि योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज 

घर-घर औषधि योजना के लिए कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेजों की आवश्यकता होती है जिनमें से कुछ निम्नलिखित है-

  • जन आधार कार्ड 
  • मोबाइल नंबर

घर-घर औषधि योजना 2022 के लिए पात्रता 

जन औषधि योजना के लिए निम्नलिखित पात्रता होनी चाहिए-

  • नागरिक को राजस्थान का मूल निवासी होना चाहिए
  • लाभार्थी के पास पौधे लगाने के लिए पर्याप्त जगह होनी चाहिए

र-घर औषधि योजना का क्रियान्वयन 

राजस्थान सरकार की घर-घर वसती योजना 2022 के लिए ₹210 करोड रुपए का बजट जारी किया गया है इस योजना के तहत अगले 5 सालों में 5 करोड से अधिक पौधे वितरित किए जाएंगे घर-घर औषधि योजना को सफल बनाने के लिए राज्य सरकार विभिन्न प्रकार के योगदान दे रही है।

आनंद राज्य के वन विभाग द्वारा किया जाएगा वन विभाग के नोडल अधिकारी हैं इस योजना का जमीनी स्तर पर किया सभी जिला अधिकारी के द्वारा किया जाएगा कलेक्टर के अधीन एक टास्क फोर्स का भी गठन किया जाएगा इसकी निगरानी में मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली राज्यस्तरीय कमेटी बनेगी आपको बताते चलें कि हर घर योजना के तहत लोगों के बारे में जागरूक होंगे।

घर घर औषधि योजना 2022 की आवेदन प्रक्रिया

 घर-घर औषधि योजना के लिए ऑनलाइन GGAY ऐप आप के माध्यम से आवेदन करना होगा हालांकि अभी यह कार्य नहीं कर रहा है लेकिन इस वर्ष पौधों का वितरण ब्लॉक स्तर पर किया जाएगा इसके बाद उसका वितरण नगर पंचायतों और नगर निगम एवं नर्क नगर पालिका परिषदों को सौंपा जाएगा। 

इन संस्थाओं के द्वारा पौधों को घर लोगों के घरों तक पहुंचना सुनिश्चित किया जाएगा यह कार्य मानसून प्रारंभ होने पर  हर साल किया जायेगा।

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना

FAQ-

प्रश्न- राजस्थान घर-घर औषधि योजना क्या है?

उत्तर – राजस्थान सरकार योजना के तहत औषधीय पौधों का वितरण किया जाएगा जिससे लोग औषधि पौधे के प्रति जागरूक हो इसका लाभ उठा पाए।

प्रश्न- राजस्थान घर-घर औषधि योजना के तहत कितने प्रकार के औषधीय पौधों का वितरण होगा?

उत्तर- इस योजना के तहत कुल 4 प्रकार के पौधों का वितरण होगा। इनमें प्रमुख हैं, तुलसी, कालमेघ, अश्वगंधा एवं गिलोय।

प्रश्न- घर-घर औषधि योजना में कितने सालों तक पौधों का वितरण होगा?

उत्तर- अगले 5 सालों तक।