MukhyaMantri Balashray Yojana। पुष्कर सिंह धामी। निशुल्क शिक्षा। 2022।Uttarakhand MukhyaMantri Balashray Yojana के लाभ एवं विशेषताएं। पात्रता। Required documents मुख्यमंत्री बालश्रय योजना: आपदा और महामारी से बच्चों की 12वीं तक की स्कूली शिक्षा की व्यवस्था करेगी सरकार।
उत्तराखंड सरकार ने एक बहुत ही महत्वकांक्षी योजना पटल पर लाई है, जिससे शिक्षा और समाज में सकारात्मक बदलाव आएंगे। सोमवार को मुख्यमंत्री आवास में शिक्षक दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यकर्म में आंतरिक पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री बालश्रय योजना नामक योजना की घोषणा की।
इस योजना के अंतर्गत आपदा, महामारी और दुर्घटना के कारण अनाथ हुए बच्चों को पहली कक्षा से बारहवीं कक्षा तक की स्कूली शिक्षा की व्यवस्था राज्य सरकार द्वारा की जाएगी। इस योजना से जिन बच्चों के माता पिता आपदा या दुर्घटना के कारण इस दुनिया में नही है, उनको बहुत बड़ी राहत मिलेगी। गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा पाकर बच्चे जरूर अपना भविष्य सवाएंगे। समाज भी सरकार के मदद के बाद उन बच्चो को सकारात्मक मदद देगी।
MukhyaMantri Balashray Yojana मुख्यमंत्री बालाश्रय योजना 2022 का उद्देश्य;
Uttarakhand MukhyaMantri Balashray Yojana का देश अनाथ बच्चों को उज्जवल भविष्य बनाने का उद्देश्य है, जो किन्ही कारणों से अपने माता- पिता को किसी आपदा या किसी दुर्घटना में खो चुके हैं, उनके लिए राज्य सरकार पहली कक्षा से 12वीं कक्षा तक की शिक्षा निशुल्क गुणवतापूर्ण देगी। हमने देखा की करोना महामारी काल में बहुत सारे लोगो की मृत्यु हुई। जिसके कारण बहुत सारे बच्चे अनाथ हो गए और उनके सामने रोजी रोटी और शिक्षा की विकट संकट पैदा हो गई। इसी उद्देश्य को लेकर राज्य सरकार ने बच्चो को शिक्षा के माध्यम से उत्थान और सशक्त करने का घोषणा की है।
मुख्यमंत्री बालाश्रय योजना उत्तराखंड के लाभ एवं विशेषताएं।
- मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 5 सितंबर 2022 शिक्षक दिवस के अवसर पर उत्तराखंड मुख्यमंत्री बालाश्रय योजना की घोषणा की है।
- इस योजना के माध्यम से राज्य सरकार द्वारा किसी भी प्रकार की आपदा, महामारी, एवं दुर्घटना के कारण अनाथ हुई बच्चों की गुणवत्ता स्कूली शिक्षा की जिम्मेदारी लेगी।
- मुख्यमंत्री बालाश्रय योजना माध्यम से राज्य सरकार अनाथ हुए सभी बच्चों को पहली कक्षा से लेकर 12वीं कक्षा तक की शिक्षा निशुल्क (free of cost) प्रदान करेगी।
- मुख्यमंत्री बालाश्रय योजना माध्यम अनाथ बच्चों के निशुल्क शिक्षा के साथ-साथ उन्हें किताबें, वर्दी, जूते, मोजे ,और की अध्ययन सभी सामग्री भी निशुल्क निशुल्क प्रदान की जाएगी।
- यह योजना गरीब अनाथ बच्चों के भविष्य को संवारने और फिर से आत्मनिर्भर बनने और उन्हें भी समृद्ध घर के बच्चो की तरह बड़े बड़े सपना देखने में मदद करेगी।
Mukhyamantri Balashray Yojna के तहत पात्रता
- इस योजना में आवेदन करने के लिए उत्तराखंड का मूल निवासी होना आवश्यक है।
- मुख्यमंत्री बालाश्रय योजना का लाभ केवल आपदा, महामारी(जैसे; करोना महामारी) एवं दुर्घटना के कारण जिनके माता, पिता का देहांत हो चुका है, एवं अनाथ के श्रेणी में आते है, उन्हें ही मुख्यमंत्री बालाश्रय योजना का लाभ मिल सकता है।
मुख्यमंत्री बालश्रय योजना आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- आयु प्रमाण पत्र
- माता पिता की मृत्यु प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
मुख्यमंत्री बालश्रय योजना के तहत आवेदन कैसे करे?
उत्तराखंड मुख्यमंत्री बालाश्रय योजना आधिकारिक तौर पर लॉन्च नहीं हुई है, मुख्यमंत्री ने शिक्षा दिवस के अवसर पर इस योजना के बारे में मौखिक रूप से बताया है, अभी इस योजना में आवेदन करने के लिए थोड़ा और समय लगेगा। इसके बाद इच्छुक आवेदक इस योजना में आवेदन कर सकते है।
मुख्यमंत्री बालश्रय योजना समीक्षा
उत्तराखंड मुख्यमंत्री बालाश्रय योजना के प्रभाव में आने के बाद वैसे बच्चे जिनके माता-पिता अब इस दुनिया में नही है, को सरकार के द्वारा बहुत बड़ी सम्मान मिलेगी। माता पिता ही हमारे अंतिम वजूद होते है, और उनके चले जाने के बाद बच्चे टूट जाते है,जीना छोड़ देते है, पढ़ना छोड़ देते है। ऐसे में सरकार की बड़ी जिम्मेदारी बनती है, की अनाथ बच्चों को उच्चित सम्मान दिया जाए ताकि गुणवतापूर्ण शिक्षा पाकर वह अपने समाज, अपना और अपने परिवार का भविष्य संवार सके। सरकार की यह सकारात्मक पहल है।
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