राजीव गांधी कृषक साथी सहायता योजना 2022,Rajiv Gandhi Krishak Sathi Sahayata Yojana,राजस्थान कृषक साथी योजना 2022, Rajiv Gandhi Krishak Sathi Sahayata Yojana 2022,
नमस्कार दोस्तों राजस्थान की सरकार के द्वारा किसानों की सहायता के लिए हमेशा से अनेक कार्य किए जाते रहे हैं।किसानों की आय दोगुनी करने के लिए अनेक प्रकार की सहायता राशि दी जा रही है आपको बताते चलें कि राजस्थान सरकार द्वारा कृषि कार्यों के लिए भी तमाम योजनाएं लागू की जा रही हैं।
सरकारके द्वारा राजीव गांधी कृषक साथी सहायता योजना जारी की गई है, जिसके तरफ से आपको आर्थिक मदद दी जाती है। राजीव गांधी कृषक साथी सहायता योजना के बारे में विस्तृत जानकारी जैसे इसके लाभ क्या है इसकी विशेषताएं क्या हैं ऑनलाइन प्रक्रिया क्या है आदि तमाम जानकारी हम अपने इस आर्टिकल के माध्यम से आपसे शेयर करेंगे।
राजीव गांधी कृषक साथी सहायता योजना
राजस्थान सरकार के द्वारा ऐसे लोग,जो कृषि से संबंधित कार्यों में लगे रहते हैं,जैसे खेतिहर,मजदूर,किसान, पल्लेदार अथवा खेती संबंधी कार्य करते समय दुर्घटना हो जाने पर राजस्थान मुख्यमंत्री कृषक साथी योजना के अंतर्गत वित्तीय सहायता (आर्थिक लाभ) बीमा के रूप में दिया जाएगा।
वर्ष 2021 में लगभग 7963 किसानों, खेतिहर किसानों और पल्लेदारों को लगभग 117 करोड की वित्तीय सहायता दी जा चुकी है आपको बताते चलें कि मुख्यमंत्री कृषक साथी योजना के तहत 5000 से लेकर दो लाख तक की आर्थिक मदद दी जाती है। ऐसे किसान जिनकी आर्थिक स्थिति काफी कमजोर है और किसी के सहारे ही अपना जीवन यापन करते हैं उनको यह सहायता प्रदान की जाती है।
राजीव गांधी कृषक साथी सहायता योजना 2022 के मुख्य बिंदू
योजना | राजीव गांधी कृषक साथी सहायता योजना |
उद्देश्य | किसानों को घायल अवस्था अथवा मृत्यु होने पर वित्तीय सहायता देना |
राज्य | राजस्थान सरकार द्वारा |
बीमा राशि | 5000 से 5 लाख रुपए |
साल | 2022 |
लाभार्थी | राजस्थान किसान, खेतिहर मजदूर, पल्लेदार |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन अथवा ऑफलाइन |
वेबसाइट | https://agriculture.rajasthan.gov.in/content/agriculture/hi.html# |
राजस्थान मुख्यमंत्री कृषक साथी योजना का प्रारंभ सन 1994 में हुआ था लेकिन प्रशासन की उदासीनता के कारण किसानों के बीच में इस योजना का प्रचार प्रसार सही तरीके से नहीं हो सका और किसान इस योजना को लेकर काफी अनभिज्ञ थे
परंतु सन 2014 में राज्य सरकार द्वारा इसे पुनः संशोधित करते हुए शुरू किया गया| वर्ष 2022 के लिए आवेदन भी आमंत्रित किए गए हैं जो किसान खेत मजदूर पल्लेदार कृषक साथी योजना 2022 का लाभ लेना चाहते हैं।
वह ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं इसके अंतर्गत कृषि कार्य करते समय अथवा मंडी कार्य में चोट लगने व मृत्यु होने पर किसानों को आर्थिक लाभ प्रदान किया जाता है।
राजीव गांधी कृषक साथी सहायता योजना 2022 के उद्देश्य
राजीव गांधी कृषक साथी सहायता योजना 2022 का मुख्य उद्देश्य कृषि कार्य करते समय एक किसी किसान की मृत्यु हो जाती है तो उसे चोट लग जाती है। तो ऐसे में सरकार की तरफ से रुपए दो लाख की आर्थिक मदद दी जाती है।
जिससे मुख्यमंत्री कृषक साथी योजना का लाभ पाकर किसानों की दुर्घटना होने पर अपना इलाज करवा सकते हैं। इससे उन्हें कोई समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा काफी महत्वपूर्ण योजना है इससे किसान सीधे लाभान्वित होते हैं।
राजीव गांधी कृषक साथी सहायता योजना की प्रमुख विशेषताएं
- राजीव गांधी कृषक साथी सहायता योजना के अंतर्गत कृषि में लगे हुए अथवा कृषि कार्य करते हुए किसान की मृत्यु हो जाती है अथवा उसे चोट लगती है, तो इस योजना के अंतर्गत ₹200000 की आर्थिक मदद प्रदान की जाएगी।
- इस योजना के अंतर्गत मंडी परिसर में ट्रैक्टर ट्राली पलटने बैलगाड़ी पलटने अथवा किसी अन्य कारण से विकलांगता या किसान की मृत्यु हो जाती है तो उसे वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।
- कृषि कार्य करते समय आकाशीय बिजली गिरने से मृत्यु तथा विकलांगता हो जाती है तो भी कृषक साथी बीमा योजना का लाभ दिया जाएगा।
- राजस्थान कृषक साथी योजना का लाभ लेने के लिए मृत्यु होने पर आपको स्थानीय पुलिस स्टेशन में f.i.r. करा कर पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर सहायता राशि प्रदान की जाएगी दुर्घटना की स्थिति में घायल होने पर जिला अस्पताल में इलाज होगा ओर इसमें डॉक्टर के रिपोर्ट इलाज की रिपोर्ट आज की पर्ची दिखानी होगी।
राजीव गाँधी कृषक साथी सहायता योजना के लाभ
- इस योजना के अंतर्गत दुर्घटना या घायल होने परअपना इलाज करवा सकते है।
- राजीव गांधी कृषक साथी सहायता योजना के अंतर्गत मृत्यु होने पर ₹200000 तक का बीमा दिया जाएगा।
- रीड की हड्डी सिर पर चोट एवं कोमा में चले जाने पर ₹50000 तक अथवा पुरुष महिला संपूर्ण बाल चले जाने पर ₹40000 का बीमा कवर दिया जाएगा।
- राजीव गांधी कृषक योजना के तहत 4 उंगली कटने पर ₹20000 का बीमा 3 अंगुली करने पर ₹15000 का बीमा दोअंगुली कटने पर 10,000 का बीमा कवर प्रदान किया जाएगा।
- इस योजना के अंतर्गत मंडी परिसर में काम करते हुए एवं घायल होने पर ₹5000 का बीमा दिया जायेगा पंचनामा तथा इलाज की पर्ची, दवाइयों के बिल साथ में दिखाकर बिमा कवर किया जायेगा।
राजीव गांधी कृषक साथी सहायता योजना की पात्रता
- लाभार्थी को राजस्थान का मूल निवासी होना चाहिए।
- लाभार्थी को कृषि कार्य में संलग्न होने पर ही बीमा दिया जाएगा।
- आवेदक की आयु 5 वर्ष से 70 साल के बीच होनी चाहिए।
राजीव गांधी कृषक साथी सहायता योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज
- आय प्रमाण पत्र
- चिकित्सक का प्रमाण पत्र
- पोस्टमार्टम रिपोर्ट
- राशन कार्ड
- आधार कार्ड
- मोबाइल नंबर
- पुलिस एफ आई
- पंचनामा रिपोर्ट
- इलाज पर्ची
- दवाइयों के बिल
- पुनर्विवाह संबंधी प्रमाण पत्र
- शपथ पत्र तथा बैंक अकाउंट नंबर
राजीव गांधी कृषक साथी सहायता योजना 2022 का क्रियान्वयन
राजीव गांधी कृषक साथी योजना का क्रियान्वयन मंडी समिति के तहत किया जाता है ।दुर्घटना घटित होने पर 6 माह के भीतर मंडी समिति कार्यालय में जाकर योजना का आवेदन पत्र प्रस्तुत करना होगा। यदि आप 6 महीने बाद आवेदन पत्र दाखिल करेंगे तो आपको विलंब का ठोस कारण बताना होगा या समय सीमा अधिकतम 3 माह तक निदेशक द्वारा राज्य सरकार द्वारा बढ़ाई जा सकती है और इसके बाद अगर आवेदन होता है तो उसे निरस्त माना जाएगा।
राजीव गांधी कृषक साथी सहायता योजना का क्रियान्वयन धान मंडी समिति के माध्यम से किया जाता है मंडी में एक समिति बनाई जाती है जिससे राजीव गांधी कृषक साथी योजना का काम किया जाएगा।यहां पर जाने वाले आवेदन की जांच होने के बाद सही पाया जाता है तो आपको इसका लाभ दिया जाएगा।
राजीव गांधी कृषक साथी सहायता योजना 2022 की आवेदन प्रक्रिया
- राजीव गांधी साथी योजना ऑनलाइन आवेदन करने के लिए आपको राजस्थान सरकार की ऑफिशल वेबसाइट पर जाना होगा।
- रजिस्ट्रेशन करने के लिए पेज खुलेगा, स्क्रीन पर दिख रहा राजस्थान इंटीग्रेटेड मंडी मैनेजमेंट सिस्टम पर जाएं।
- वहां पर किसान दुर्घटना बीमा योजना फार्म में पूछे गए सभी जानकारी जैसे नाम पता, मोबाइल नंबर ,फोटो ,अकाउंट नंबर, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आदि दस्तावेज के बारे में भरे तथा मुख्य कागजात अपलोड करें।
- अब नीचे दिए हुए समय बटन पर क्लिक करें इस प्रकार आपका ऑनलाइन आवेदन हो जाएगा।
राजीव गांधी कृषक साथी सहायता योजना का निष्कर्ष
योजना की समीक्षा करने के बाद कहा जा सकता है कि राजस्थान राज्य में किसानों, खेतिहर मजदूरों एवं मंडी में काम करने वाले पल्लेदारों कि दुर्घटना होने पर या किसी भी प्रकार की चोट लगने पर उनके इलाज के लिए इस योजना से उन्हें आर्थिक सहायता मिलेगी एवं किसान परिवार को आर्थिक/वित्तीय समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा।
राजस्थान सरकार के द्वारा इस योजना के लाभ के बारे में किसानो को जोर शोर से जागरूक किया जा रहा है ताकि कोई भी किसान इस योजना के लाभ से वंचित ना रह सके।